प्रेम एटले शु? Gujarati Kavita By Naresh K. Dodia

प्रेम एटले शु? Gujarati Kavita By Naresh K. Dodia
प्रेम एटले शु? Gujarati Kavita By Naresh K. Dodia
प्रेम एटले शु?
तु नहोती त्यारे हु एक हतो
अनेक पानाओथीभरेली 
मुखपुष्ठ अने टाईटल विनानीएक किताब....

जेने कोइए वांचवानी तस्दी लीधी नहोती
तु आवी तारा नाम साथे ने मारूं टाइटल बनी.
तारी लागणीओथी मारू मुखपुष्ठ बन्यु

अने तारी साथेनी वातो अने मुलाकातोना
घटनाओना प्रकरण बन्या

अने ए घटनाथी भरपूर 
हवे मने अनेक लोको वांचे छे
अने वांचीने समजवानी कोशिश करे छे
हवे आ "महोरतरमां"ना टाइटल किताब जेवो
खूब वचांतो एक ग्रंथ बनी गयो छु..
-नरेश के.डॉडीया 
Advertisement

No comments:

Post a Comment