hindi gazal by तुम्हारा वक्त मैं आबाद करना चाहता हुं naresh k. dodia
तुम्हारा वक्त मैं आबाद करना चाहता हुं मैं होठो से लगा के जाम करनां चाहता हुं मुझे फुरसत नहीं मिलती है दिन के वक्त में तुम्हारी शाम को मैं ...
Read More
Created By Sora Templates & Blogger Templates