Ek Hello Thi Haskaro Thai Che Gujarati Gazal By Naresh K. Dodia

Ek Hello Thi Haskaro Thai Che Gujarati Gazal By Naresh K. Dodia
Ek Hello Thi Haskaro Thai Che Gujarati Gazal By Naresh K. Dodia
एक हेल्लोथी हाशकारो थाय छे
ने अचानक मारी उदासी जाय छे

एमनु मीठुं स्मित छे साकर-समु
खांडनी बदले’चाह’मा वपराय छे

साव अणधड व्हेवार करता होय पण
लागणीओ एमा छुपी वरताय छे

वात एनी पूरी कदी थाती नथी
ए बहाने मळवानी तक सर्जाय छे

साव नोखी माटी ने नोखो भाव लइ
प्रेममा नवतर घाट थइ परखाय छे

एक किस्सानो अंत ज्या आवे नही
जे गझलमा शब्दो रूपे धरबाय छे

तारी ने मारी जात वच्चे फर्क शु?
तु विचारे जे शब्द मारा गाय छे

दर्द ज्यारे मारा विरहनु खळभळे
ने महोतरमा आंखमां अथडाय छे
-नरेश के.डॉडीया
Advertisement

No comments:

Post a Comment