Raat Mari Behaya Hasti Hati Gujarati Gazal By Naresh K. Dodia
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Raat Mari Behaya Hasti Hati Gujarati Gazal By Naresh K. Dodia |
रात मारी बेहयां हसती हती
यादनी पळमां तुं टळवळती हती
ते इशारो एक आप्यो होत जो?
आंखमां त्यारे तुं फरफरती हती
तुंय ना छोडी शकी,के नां हुं पण
जीद तारी पण मने गमती हती
टॉडलाने होय माया कोइनी
हुं नजर नांखुं ने तुं ढळती हती
राह जोवा जिंदगी अर्पण करी
ए ज आशामा उमर वधती हती
साव पासे आववानी कोक’दी
श्वासमां तुं नाव थइ तरती हती
भेदनी साथे भरम तारा जुदा
रोज तस्करी पळनी तुं करती हती
कोइ लखतुं होय यादोमां कशुं
रोज एकलतानी पळ नडती हती
छे “महोतरमां” दुआमां ज्यारथी
शायरी साथे ए कलरवती हती
-नरेश के.डॉडीया
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Gujarati Gazals
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