केवा शुकनमां तुं मळी छे मने Gujrati Gazal By Naresh K. Dodia
![]() |
केवा शुकनमां तुं मळी छे मने Gujrati Gazal By Naresh K. Dodia |
केवा शुकनमां तुं मळी छे मने
आंखोथी लइ दिलथी गमी छे मने
खोइ चुक्यो छुं मौन जेवी जणस
ने जीभ शब्दोनी फूटी छे मने
ताकात जेवुं कोइ हथियार छे
आ लागणी तारी वढी छे मने
जीदी अने बहुं बोलकुं मौन छे
बोल्या विनां चुंटी खणी छे मने
राखे तुं माफकसर तो मळवुं गमे
सपनानामां कायम नडी छे मने
मारी “महोतरमा” करूं छुं फिकर
ते प्रेमनी तासक धरी छे मने
-नरेश के.डॉडीया
Labels:
Gujarati Gazals
No comments:
Post a Comment