सत्य बोलवुं अने सत्य स्वीकारवुं आ बंने वच्चे घणॉ फर्क छे Quote By Naresh K. Dodia

सत्य बोलवुं अने सत्य स्वीकारवुं आ बंने वच्चे घणॉ फर्क छे Quote By Naresh K. Dodia
सत्य बोलवुं अने सत्य स्वीकारवुं आ बंने वच्चे घणॉ फर्क छे Quote By Naresh K. Dodia
सत्य बोलवुं अने सत्य स्वीकारवुं आ बंने वच्चे घणॉ फर्क छे.ए ज रीते जे माणसनुं जेवुं लखाण होय एवो ज ए माणस होय एवुं जरूरी नथी.कारणके सत्य कोइने कही देवुं आसान छे,पण सत्य स्वीकारवुं ए घणुं अघरू छे.बोलवुं ए मनमां आवेलो विचार छे अने स्वीकारवुं ए ह्रदयनो मामलो छे.
-नरेश के.डॉडीया
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