Koi Ni Hu Raah Joto Hou Ne Ae Ave Nahi Gujarati Gazal By Naresh K. Dodia

Koi Ni Hu Raah Joto Hou Ne Ae Ave Nahi Gujarati Gazal By Naresh K. Dodia
Koi Ni Hu Raah Joto Hou Ne Ae Ave Nahi Gujarati Gazal By Naresh K. Dodia
कोइनी हुं राह जोतो होउने ए आवे नही
ओ खुदा,आवी मुसीबतनी धडी तुं आपे नही

दोस्त एवा आपजे जे दर्दनी भाषा ओळखे
हुं कणसतो रहुं पथारीमांने कोइ जागे नही

लागणीनो एक दरियो दोस्तने जोता ऊछळे
जे कदी मोकानो कोइ फायदो ऊठावे नही

ए पूछे छे छे मने शाने तुं चाहे पागल बनी?
कहु छुं कायम कोण एवुं छे तने,जे चाहे नही

सादगी पर एमनी मरवानुं मन कायम थाय छे
खुदनी सुंदरतानो ए क्यारेय फाको राखे नही

शायरीओ रोज लखवानी पडी गइ आदत पछी
होय दुख पण सुखनी वातो लखता शब्दो थाके नही

एक माणसनी कमीनां बोजथी हांफी जवाइ
ओथ शब्दोनी मळी तो श्वास मारा हांफे नही

ए “महोतरमानी” लगनी ज्यारथी लागी छे मने
एमनी चाहत सिवाइ शब्दने शणगारे नही
-नरेश के.डॉडीया


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