एनी कमीमां शब्द मारो वामणॉ लागेछे Gujarati Gazal By Naresh K.Dodia
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एनी कमीमां शब्द मारो वामणॉ लागेछे Gujarati Gazal By Naresh K.Dodia |
एनी कमीमां शब्द मारो वामणॉ लागेछे
खालीपणानो भार ज्यारे सामटो लागे छे
होवा-पणानो अर्थ मारो कोइ लागे ना ज्यां
पळपळ सरी जातो समय पण दायको लागे छे
ए कल्पनां केवी रूपाळी होय छे शायरनी
ए वीजळी बोले तो भीनी छालको लागे छे!
चाल्या करे छे श्वास जे भगवाननी कृपा थी
क्यारेक आ जीवन नही,मोटॉ सटॉ लागे छे!
जेना विचारे आयखाने डाळ नवतर फूटी
तेथी ज लाग्यु,मुळथी कोई चाहतो लागे छे
जे राहबर रस्तामा छोडीने गया माणसने
गंतव्य स्थाने प्होचवां भव आकरो लागे छे
मारी "महोतरमाने" सौं मारा विशे पूछे एम
काव्यो गझल लखतो आ शायर लाडको लागे छे?
-नरेश के.डॉडीया
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