कदी गीताने वांचो तो कदी माणसनुं मन वांचो Gujrati Muktak By Naresh K. Dodia

कदी गीताने वांचो तो कदी माणसनुं मन वांचो Gujrati Muktak By Naresh K. Dodia
कदी गीताने वांचो तो कदी माणसनुं मन वांचो Gujrati Muktak By Naresh K. Dodia
तुं मारामां कदी आगळ वधी खुदने समावी दे
नदी जेवी फरज मानी तुं मारामां वळावी दे
कदी गीताने वांचो तो कदी माणसनुं मन वांचो
भणीने जे मळ्युं नहि ज्ञान ए तमने पढावी दे
-नरेश के.डॉडीया
Advertisement

No comments:

Post a Comment