तारो ने मारो प्रेम दुनियानी विरल धटना छे Gujarati Gazal By Naresh K. Dodia
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तारो ने मारो प्रेम दुनियानी विरल धटना छे Gujarati Gazal By Naresh K. Dodia |
तारो ने मारो प्रेम दुनियानी विरल धटना छे
ए कारणे मारी गझलनी चो-तरफ चर्चा छे
आखा जगतथी हुं छुपावुं भेद केवा केवा
मळवाने माटे शब्दथी आगळ धणा रस्ता छे
आ टेरवाने रोजनी आदत पडी छे तारी
शब्दो जतावे छे के तारी केटली परवा छे
मारे तो तारी मनसुफीथी चालवानु कायम
ब्हाना समयनां काढवानां कायमी फतवा छे
मारा ह्रदयमां पेशकदमी ज्यारथी तारी छे
ने त्यारथी लागे विचारो बेउनां सरखा छे
आवी छे एन्ड्रोइड सुवीधा फोनमां सवलत थइ
ने त्यारथी मारी तमामे लागणी टचमां छे
भीतर भरोसानुं जगत आखु भर्युं छे त्यारे
देवी तरीके नामथी तारा सतत सजदा छे
जीवन सफरनो अंत ज्यारे आववानो मारो
जाणी जशे तुं केद,मारी आखरी क्षणमा छे
मारी “महोतरमां” सजावुं शब्दमां हुं तने
त्यारे तने पण लागशे तुं प्रेमनां घरमा छे
-नरेश के.डॉडीया
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