सेलिब्रीटी कहो के सामान्य कलाकार Quote By Naresh K. Dodia

सेलिब्रीटी कहो के सामान्य कलाकार Quote By Naresh K. Dodia
सेलिब्रीटी कहो के सामान्य कलाकार Quote By Naresh K. Dodia
सेलिब्रीटी कहो के सामान्य कलाकार होय.ज्यारे ए भावक के एनी कलाना चाहकोनी नाड पारखवामां थाप खाय छे त्यारे एनी कलानो मर्म मार्यो जाय छे..ज्यारे आत्म प्रशंसा,आत्म सन्मान,हुं पणामां रच्या पच्या कलाकारो पोतानी कुपमड्ंप जेवी विचारधाराना कारणे कुवाने एक काल्पनीक दरियो समजी बेसे छे.ज्यारे कोइने पण पोतानी कला अने ज्ञाननुं अभिमान आवी जाय छे,त्यारे समजी जवुं के आ कलाकारनी कलानी उपार्जन शकित विलुप्त थइ गइ छे.ए माणसमां जगतने श्रेष्ठ आपवानी क्षमतां गुमावी चुकी होय छे..तमारी कलानो संपुर्ण हार्द तमारा चाहको अने भावकोनां भाव जगत उपर निर्भर छे...सीदीभाइने जेम सीदका व्हाला होय ए रीते दरेक कलाकारने एनी कला द्रारा थयेलुं सर्जन श्रेष्ठ होय छे...कलाकार आ वस्तुं भूली जाय छे...जेने तुं श्रेष्ठ माने छे ए एना चाहको माटे क्षुल्लक सर्जन पण होय शके छे...

तमारी कला साथे तमारी अंदरना रहेला संस्कारीक मानवी साथे नातो जोडायेलो छे..प्रफ्ल्लित मने अने स्वस्थ चीते सर्जन करेली लोको समजी शके एवी सामान्य कृति वांचीने भावको भावविभोर थइ शके छे...मात्र अधरू अने ना समजाय एवुं लखवाथी कलाकार महान नथी थइ शकतो..

सडी गयेली विचारधारा,कुठीत पूर्वाग्रह पूर्वक,पोते ज श्रेष्ठ छे.एवा भ्रम साथे थयेला सर्जनमां हमेशां एक प्रकारनी बदबुं आवती होय छे...

नाना समुहो जाहेर जीवनमां बनावी अने फेसबुकमां पण आवा मित्रोनां समुह बनावीने वाहवाहीनी कोमेन्ट अने लाइक जोइने मनोमन खूश थवुं ए कलाकारनी महानता नथी.हिंदु धर्ममांथी छुटा पडेला पंथनी जेम पोतानो अलग चोको धरावता कलाकारो के जेने सेलिब्रीटी कहीए छीए.ए खरा अर्थमां कलाना उपासको नथी पण कलानां सोदागरी लइ भांड जेवा मने हमेशा लाग्या छे...

तमे मा सरस्वतीनी आराधना नही पण एनी जाहेरमां उपेक्षा करो छो...एक कलाकार तरीके तमारी ह्रदयभावना पवित्र नही होय तो वहेला मोडा तमारी उपेक्षा थवानी छे.ए सत्य छे..
अस्तुं
-नरेश के.डॉडीया
Advertisement

No comments:

Post a Comment